tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post3524350654925523961..comments2024-03-26T13:46:52.739+05:30Comments on "सोच का सृजन": औरत को घर बचाना है कैसे बचाए ??........ विभा रानी श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-26190033453873783492015-05-25T07:53:29.928+05:302015-05-25T07:53:29.928+05:30बहुत कुछ स्वभावगत अथवा संस्कारगत भी है!!बहुत कुछ स्वभावगत अथवा संस्कारगत भी है!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-61507475123709492262013-05-30T15:54:50.062+05:302013-05-30T15:54:50.062+05:30लेख अच्छा है.. विचारणीय भी है..
दोष क्या सिर्फ स्त...लेख अच्छा है.. विचारणीय भी है..<br />दोष क्या सिर्फ स्त्री का ही होता है..?<br />नहीं पुरुष भी बराबर का दोषी होता है.. तो फिर समाज में सजा सिर्फ औरत को ही क्यूँ..त्रिस्कार सिर्फ औरत का ही क्यूँ..?<br />इसका जवाब भी मैं देती हूँ.., क्यूंकि औरत ही पुरुष को क्षमा कर देती है, लेकिन पुरुष औरत को कभी क्षमा नहीं कर पाता..वो इसलिए क्यूंकि समाज पुरुष प्रधानता को मानता है.. हम ऐसे कितने ही लेख लिख डाले लेकिन औरत स्वाभाविक रूप से हमेशा पुरुष के साए में ही खुद को महफूज़ समझती रहेगी..Neelamhttps://www.blogger.com/profile/10803510119159268464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-25592991384320248352013-05-27T19:43:02.254+05:302013-05-27T19:43:02.254+05:30Well said!!
vinnieWell said!!<br />vinnieAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/12633190147491201642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-71781723342237107102013-05-27T15:43:42.633+05:302013-05-27T15:43:42.633+05:30सुंदर प्रस्तुति चाची ....सुंदर प्रस्तुति चाची ....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05469522446664131808noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-5521767027723999412013-05-27T01:23:23.376+05:302013-05-27T01:23:23.376+05:30बहुत ही गहन विश्लेषण किया है आपने. बहुत अच्छा लगा ...बहुत ही गहन विश्लेषण किया है आपने. बहुत अच्छा लगा पढ़कर. ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-59589518163517436502013-05-26T21:54:16.013+05:302013-05-26T21:54:16.013+05:30आपकी यह रचना कल सोमवार (27 -05-2013) को ब्लॉग प्र...आपकी यह रचना कल सोमवार (27 -05-2013) को <a href="http://blogprasaran.blogspot.in/" rel="nofollow">ब्लॉग प्रसारण</a> के "विशेष रचना कोना" पर लिंक की गई है कृपया पधारें.अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-43160105994864281502013-05-26T21:10:12.421+05:302013-05-26T21:10:12.421+05:30बस यही तो मुश्किल है..पुरुष करे तो कुछ नहीं स्त्री...बस यही तो मुश्किल है..पुरुष करे तो कुछ नहीं स्त्री करे तो दोषी..गहन सोच..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-89685013738062308252013-05-26T11:35:59.925+05:302013-05-26T11:35:59.925+05:30 दमदार प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ... दमदार प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ...ashokkhachar56@gmail.comhttps://www.blogger.com/profile/07939212398427669565noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-73222260144467165822013-05-26T09:49:39.574+05:302013-05-26T09:49:39.574+05:30बहुत ही बढियां लेख |बहुत ही बढियां लेख |आनन्द विक्रम त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/09447684273193676654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-51117187976746863242013-05-26T06:38:01.420+05:302013-05-26T06:38:01.420+05:30गंभीर लेख गंभीर लेख Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-41797340212102838362013-05-26T00:04:23.831+05:302013-05-26T00:04:23.831+05:30बहुत बेहतरीन दमदार आलेख ,,,
RECENT POST : बेटियाँ,...<b>बहुत बेहतरीन दमदार आलेख ,,,</b><br /><b>RECENT POST </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/05/blog-post_3780.html#links" rel="nofollow">: बेटियाँ,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-54863035813878313992013-05-25T22:33:55.633+05:302013-05-25T22:33:55.633+05:30कारण और निवारण दोनों ही संतुलित रूप में लिखे हैं ...कारण और निवारण दोनों ही संतुलित रूप में लिखे हैं ... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-88464507726407546162013-05-25T22:13:49.593+05:302013-05-25T22:13:49.593+05:30पुरुष प्रधान देश है अपनी पत्नी को छोड़ क्यों किसी औ...पुरुष प्रधान देश है अपनी पत्नी को छोड़ क्यों किसी और स्त्री के साथ |उनके अपने घर में भी बेटी,बहिन है | आप स्त्री होकर स्त्री के प्रति लिख रही कोई यह बात आपके लिए भी लिख सकता समाज में सुधार की आवश्यकता आपके व्यंग की नहीं पुरानी कथाओं के अनुसार |क्या कुंती के पांच पति नहीं थे कर्ण पुत्र भी तो हुआ | एक लव्य की माँ पुत्र को लेकर जंगलों में नहीं रही <br />विष्णु जिन्हें भगवान् कहते अपनी कन्या के साथ सम्भोग किया था लक्ष्मण ने स्वरूप नखा के साथ और बाद में उसकी नाक काट दी|दोष महिलाओं क्यों गुड्डोदादीhttps://www.blogger.com/profile/10381007322183223193noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-643579306967754342013-05-25T21:57:27.415+05:302013-05-25T21:57:27.415+05:30मैं सिर्फ इतना कहूँगा की दमदार लेख | इससे ज्यादा क...मैं सिर्फ इतना कहूँगा की दमदार लेख | इससे ज्यादा कुछ नहीं | Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-78754171347063156492013-05-25T21:52:40.578+05:302013-05-25T21:52:40.578+05:30घर मिलता है तो बचाना नहीं पड़ता .... उपकार और टुकड...घर मिलता है तो बचाना नहीं पड़ता .... उपकार और टुकड़े की अवधि कब ख़त्म होगी - कौन जाने !<br /><br />..............और किसी बात पर इतना ही कह सकती हूँ ......... हज़ार बातें करे ज़माना - ठेंगे से रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com