tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post8419005059828601701..comments2024-03-26T13:46:52.739+05:30Comments on "सोच का सृजन": प्रेमचंद जयंतीविभा रानी श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-71695657913858155292020-07-31T19:05:33.015+05:302020-07-31T19:05:33.015+05:30समझने की बात है।समझने की बात है।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-9505961201631428752020-07-31T16:31:36.418+05:302020-07-31T16:31:36.418+05:30सुन्दर और सराहनीय बेहतरीन प्रस्तुतिसुन्दर और सराहनीय बेहतरीन प्रस्तुतिhindiguruhttps://www.blogger.com/profile/09026018787795712597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-18786921228027020312020-07-31T14:26:51.517+05:302020-07-31T14:26:51.517+05:30'बड़े घर की बेटी' पर आपके विचार सही हैं । ...'बड़े घर की बेटी' पर आपके विचार सही हैं । जो इस रचना को स्तरीय नहीं मानते, निश्चय ही वे इसके मर्म को नहीं समझ सके । कथा में जो 'बड़े घर की बेटी' बताई गई है उसके संस्कार भी बड़े हैं, हृदय भी विशाल है एवं समग्र पारिवारिक सुख के समक्ष अपने अहं के त्याग का भाव तो सर्वोच्च है । कथा के अंत में अपने आचरण से वह सिद्ध कर देती है कि वह वास्तव में ही बड़े घर की बेटी है, अपने माता-पिता का नाम उज्ज्वल करने वाले घर की बेटी ।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-85897361839629575292020-07-31T11:51:51.670+05:302020-07-31T11:51:51.670+05:30सस्नेहाशीष व शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार आपकासस्नेहाशीष व शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार आपकाविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-44795207024264368282020-07-31T10:51:38.331+05:302020-07-31T10:51:38.331+05:30आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&q...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शुक्रवार 31 जुलाई 2020 को साझा की गई है....<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.com