tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post7603406961538749949..comments2024-03-26T13:46:52.739+05:30Comments on "सोच का सृजन": वीरमणि हेतु प्रतिकारविभा रानी श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-56321859013337453712021-07-20T07:20:12.695+05:302021-07-20T07:20:12.695+05:30नमन।नमन।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-72030060536128732272021-07-15T19:10:56.740+05:302021-07-15T19:10:56.740+05:30सब आस्था की बात है । ऐसे लोग कभी भी अपने से अलग या...सब आस्था की बात है । ऐसे लोग कभी भी अपने से अलग या दूर जाते नहीं लगते । नमन संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-61090691126165601512021-07-15T16:39:56.099+05:302021-07-15T16:39:56.099+05:30सम्प्रति युग में सच्चा गुरु मिलना भाग्य की बात है ...सम्प्रति युग में सच्चा गुरु मिलना भाग्य की बात है - - फिर भी गुरु जनों को सम्मान देना ज़रूरी है, वैसे माता पिता से बढ़ कर कोई गुरु नहीं। Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttps://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-29937288100624628782021-07-14T18:22:00.689+05:302021-07-14T18:22:00.689+05:30हार्दिक आभार आपकाहार्दिक आभार आपकाविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-1761065151895172492021-07-14T18:08:43.330+05:302021-07-14T18:08:43.330+05:30आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 15-07-2021को चर्चा – 4,...आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 15-07-2021को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> चर्चा – 4,126 </a>में दिया गया है।<br />आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।<br />धन्यवाद सहित <br />दिलबागसिंह विर्क<br />दिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-80279282300085338402021-07-14T14:49:04.533+05:302021-07-14T14:49:04.533+05:30अच्छा गुरु मिलना सौभाग्य की बात है,गुरुदेव को शत श...अच्छा गुरु मिलना सौभाग्य की बात है,गुरुदेव को शत शत नमन।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-63183743501612050792021-07-14T07:13:09.648+05:302021-07-14T07:13:09.648+05:30सच्चे गुरु किसी क्षेत्र विशेष के नहीं होते वरन हृद...सच्चे गुरु किसी क्षेत्र विशेष के नहीं होते वरन हृदय के होते हैं. <br />नमन. RIP<br />नई पोस्ट <a href="https://natureliteratureandview.blogspot.com/2021/07/phyllanthus-buxifolius-indoor-plant.html" rel="nofollow">पौधे लगायें धरा बचाएं</a><br />Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-27243347610540508412021-07-13T22:06:13.690+05:302021-07-13T22:06:13.690+05:30भाई को कहियेगा कि किसी तरह का मलाल ना करें। गुरुजी...भाई को कहियेगा कि किसी तरह का मलाल ना करें। गुरुजी जो भी कुछ कहना चाहते थे, धीरे-धीरे एहसास से अवगत होता जाएगा।<br />आपने सत्य कहा.. सच्चे गुरु तो संसार छोड़ने के बाद भी शिष्य का मार्गदर्शन करते हैं।<br />विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-14932935676085630032021-07-13T21:02:28.756+05:302021-07-13T21:02:28.756+05:30आदरणीया विभा दी, अपने अपने विचार हैं। गुरुदेव को न...आदरणीया विभा दी, अपने अपने विचार हैं। गुरुदेव को नमन व श्रद्धांजलि। <br />पिछले दिनों मेरे परिवार में ऐसा ही वाकया हुआ। <br />मेरे भाई के गुरूजी राजस्थान, झूँझनू में थे। वैरागी थे। स्थान भी बना हुआ है उनका। वे कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उस समय यहाँ लॉकडाउन होने की वजह से भाई ना जा पाया। संयोग कुछ ऐसा कि शरीर त्यागने के अंतिम महीने में भाई से उनकी बात ना हो पाई। वे फोन करें तो भाई ऑफिस में, भाई फोन करे तो वे विश्राम कर रहे हैं। एक दिन उनके सिधारने की खबर मिली। भाई को बड़ा सदमा लगा, मलाल भी रहा कि गुरुजी ना जाने क्या कहना चाहते थे मुझसे। <br /> गुरु शिष्य का रिश्ता भी कोई पिता और बच्चों के रिश्ते से कम नहीं होता। सच्चे गुरु तो संसार छोड़ने के बाद भी शिष्य का मार्गदर्शन करते हैं। हमारा भी यही अनुभव है। Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.com