tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post9154793709032776989..comments2024-03-26T13:46:52.739+05:30Comments on "सोच का सृजन": प्रत्याक्रमणविभा रानी श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-15951835940087773602022-08-09T18:13:04.717+05:302022-08-09T18:13:04.717+05:30लाख टके की एक बात, "जिसे आस्तीन में साँप पालन...लाख टके की एक बात, "जिसे आस्तीन में साँप पालने का जिगरा होता है उसे पहले से जहर का काट सीखना पड़ता है...।" बहुत ही सामयिक और सार्थक!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-42699373925511746152022-08-09T07:40:45.759+05:302022-08-09T07:40:45.759+05:30बढ़िया लिखा ,रिश्ते भी अब राजनीति से चलते हैं।बढ़िया लिखा ,रिश्ते भी अब राजनीति से चलते हैं।रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-39879122245878749742022-08-09T06:35:23.199+05:302022-08-09T06:35:23.199+05:30इस कहानी में व्यंग की तीखी धार है।प्रोमिला ने सम...इस कहानी में व्यंग की तीखी धार है।प्रोमिला ने समाज में व्याप्त वीभत्स प्रवंचना की कलई खोल कर रख दी है।निशब्द करते हैं इस तरह के कथानक।आभार और प्रणाम प्रिय दीदी 🙏🙏रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-72870195848055835992022-08-08T16:55:26.148+05:302022-08-08T16:55:26.148+05:30तीखा कटाक्ष । आज लोग हर रिश्ते में राजनीति कर रहे ...तीखा कटाक्ष । आज लोग हर रिश्ते में राजनीति कर रहे हैं ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1547628931250007957.post-36517955762289397722022-08-08T12:37:59.440+05:302022-08-08T12:37:59.440+05:30हार्दिक आभार आपकाहार्दिक आभार आपकाविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.com