Tuesday, 10 December 2013

आवेश


हाइकु 

5-7-5

लहरा आता 
क्षणिक भावावेश 
वो जीता जाता  

होश गंवाता 
देखा सत्य सामने 
खिसक लेता 

~~

संख्या का 
खेल छोडो 
एक सता 
एक बिपक्ष 
सम्भाल लो 
मंशा समझो 
तेलिया के 
तीन चांस 
मत खेलो ....

~~

बिपक्ष मजबूत होनी ही चाहिए 
बिगड़ैल हाथी पर
महावत के अंकुश जैसी 
जिसमें लोभ - मोह नहीं हो 

......................
पुष्ट घरौंदा
पैबंद लगा देता
रिसते रिश्ते 

~~~

11 comments:

  1. पुष्ट घरौंदा
    पैबंद लगा देता
    रिसते रिश्ते ... बहुत सुन्दर भाव छिपा है इसमें..

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  2. बिपक्ष मजबूत होनी ही चाहिए
    बिगड़ैल हाथी पर
    महावत के अंकुश जैसी
    जिसमें लोभ - मोह नहीं हो
    :)
    नई पोस्ट भाव -मछलियाँ
    new post हाइगा -जानवर

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  3. बिपक्ष मजबूत होनी ही चाहिए
    बिगड़ैल हाथी पर
    महावत के अंकुश जैसी
    जिसमें लोभ - मोह नहीं हो

    ...तभी तो कहा गया है कि मजबूत विपक्ष से ही सरकार सही प्रदर्शन कर पाती है.

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  4. बहुत खूब ... सच कहा है .. अब दिल्ली कबूल करो ...

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  5. सभी के सभी बहुत बढ़िया |

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  6. दिल के भावों ने शब्दों के सुंदर रूप बिखेरे हैं ......

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  7. बहुत सुंदर आदरणीय धन्यवाद

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  8. सम सामयिक, सुंदर और संक्षिप्त

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