कलियाँ खिली
ब्याही सुता हो जाती
स्व समर्पित
एक ब्याहता स्वयं समर्पण करती है .....
बलात्कृत तो कली कुचली जाती है ...... खिलती नहीं
परिवार में लड़की अगर सुरक्षित नहीं तो परिवार की जरूरत ही नहीं
हम फिर इतिहास दोहराएंगे बहुत जल्द
आज ही फेसबुक पर जानकारी मिली कि किसी लड़की ने अपने साथ हुए ...... उसके घर के ही किसी सदस्य के हैवानियत के कारण ...... आत्महत्या कर ली ......
एक आंख खोल देने वाली रचना। बहुत ही गंभीर विषय चुना है और विष्ाय की गंभीरता को सबके सामने लाकर रखा है। इसके लिए आपको धन्यवाद।
ReplyDeleteदर्दनाक और शर्मनाक
ReplyDeleteबेहद मर्मस्पर्शी और सारगर्भित रचना
ReplyDeleteलड़की अगर सुरक्षित नहीं तो परिवार की जरूरत ही नहीं...बेहद शर्मनाक
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ReplyDeleteबेहद मर्मस्पर्शी
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