Interesting and Amazing World thank U ....
मुझसे बेहतर मुझे ,
कौन जान सका है …।
कौन जान सका है …।
मेरे बारे कौन ,
क्या कहता है
क्या कहता है
क्या फर्क पड़ता है .....
मैं जानती हूँ
मैं क्या हूँ .....
Lessons Learned In Life thank U
कोई ना समझ सके मुझे तो
ना समझ कौन ??
मैं तो नहीं ....
मेरी तलाश
अपूर्ण ही सही
मैं संतुष्ट हूँ ....
स्वाभिमान को
अभिमान समझना
भूल किसकी है
मेरी तो नहीं .....
गलत और सही का
मापदंड कौन तय करे
मेरी नज़र से जो सही
तुम्हारी नज़र में वो गलत
फिर गलत कौन
मैं तो नहीं
स्वाभिमान को अभिमान मानने वाले की भूल , हमारी नहीं है … सही !
ReplyDeleteसुन्दर रचना।।
ReplyDeleteनई कड़ियाँ : एशेज की कहानी
भारतीय क्रिकेट टीम के प्रथम टेस्ट कप्तान - कर्नल सी. के. नायडू
aapne jo likha hain ..achchhaa likha hain ...
ReplyDeleteबहुत खूब ... खुद को कोई भी गलत नहीं मानना चाहता ....
ReplyDelete
ReplyDeleteमेरी नज़र से जो सही
तुम्हारी नज़र में वो गलत
फिर गलत कौन
मैं तो नहीं
आपकी रचना ने मुझे रसेल के पैराडॉक्स (विरोधाभास ) याद आ गया --रसेल कहता है ," जो दाढ़ी काटता है वह नाई (barber) है , मैं अपना दाढ़ी खुद काटता हूँ | क्या मैं नाई हूँ ?"
नई पोस्ट फूलों की रंगोली
नई पोस्ट आओ हम दीवाली मनाएं!
"ने " के बदले "से " पढ़ा जाय |
Delete:)perfect
ReplyDeleteJust one word "AWESOME"!!
ReplyDeleteखुबसूरत प्रस्तुती....
ReplyDeleteसुपर्ब
ReplyDelete:)
Deleteआपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (08-11-2013) को "चर्चा मंचः अंक -1423" पर लिंक की गयी है,कृपया पधारे.वहाँ आपका स्वागत है.
ReplyDeleteछठ पर्व की हार्दिक शुभकामनायें
Deleteमेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार + धन्यवाद आपका.
Maa..bohot arthpoorna hai..mujhe in shabdon se bohot kuch seekhne ko mila..aur koshish yeh rahegi ki mey yeh hamesha yaad rakh kar jiyun. proud of you maa...
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर
ReplyDeletehttp://hindibloggerscaupala.blogspot.in/ अंक ४१ शुक्रवारीय चौपाल पर आपकी रचना को शामिल किया गया हैं कृपया अवलोकन हेतु पधारे ....धन्यवाद
ReplyDeleteछठ पर्व की हार्दिक शुभकामनायें
Deleteमेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार + धन्यवाद आपका....
स्वाभिमान को
ReplyDeleteअभिमान समझना
भूल किसकी है
मेरी तो नहीं .....
गलत और सही का
मापदंड कौन तय करे
मेरी नज़र से जो सही
तुम्हारी नज़र में वो गलत
फिर गलत कौन
मैं तो नहीं
बहुत सही .....
didi bilkul sahi kaha apne.....apki ye rachna padh kar sach mey atmvishwash badh gaya mera...shukriya
ReplyDeleteमेरी तलाश/अपूर्ण ही सही/मैं संतुष्ट हूँ ..../
ReplyDeleteमुझसे बेहतर मुझे ,/कौन जान सका है …।/मेरे बारे कौन/क्या कहता है/क्या फर्क पड़ता है ...../मैं जानती हूँ /मैं क्या हूँ ...../
गलत और सही का/मापदंड कौन तय करे/मेरी नज़र से जो सही/ तुम्हारी नज़र में वो गलत/फिर गलत कौन/मैं तो नहीं.....बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ, आत्ममंथन करती हुई, कुछ यादें, कुछ सपने और फिर खुद में खोती हुई, एक अंतराल से दूसरे अंतराल तक एक नया रास्ता गढ़ती हुई रचना। बधाई।
Simple Sweet Word Mere Dilki Baat ,,,
ReplyDeleteBahut Sunder ,, GOD Aapko khushiya pradan kare !!
http://kmsraj51.wordpress.com/
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Always Think Positive, Always Cool Mind,
Always Think different then other people,
Always Research minded,
Always use Formula Try+Try+Try+Try+Try=Success,
Regard`s
Krishna Mohan Singh
http://kmsraj51.wordpress.com/
Bahut Sunder Post !! God Aapko always Healthy Rakhe bus yahii Duaa hai Meri !!
ReplyDeletewahhh di sahi kaha .. apni apni soch ... :)
ReplyDeleteस्वाभिमान को
अभिमान समझना
भूल किसकी है
मेरी तो नहीं .....
गलत और सही का
मापदंड कौन तय करे
मेरी नज़र से जो सही
तुम्हारी नज़र में वो गलत
फिर गलत कौन
मैं तो नहीं
Bilkul Shii kha Sunita Agarwal Ji Aapne ,,
DeleteAlways Think Positive !!
Regard`s
Krishna Mohan Singh(kmsraj51).....
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Simple Sweet Hindi Blog ...
ReplyDeletehttp://kmsraj51.wordpress.com/
लोग मन्जिल को मुश्किल समझते है, हम मुश्किल को मन्जिल समझते है, बडा फरक है लोगो मे ओर हम मै, लोग जिन्दगी को दोस्त ओर हम दोस्त को जिन्दगी समझते है. आदते अलग हे हमारी दुनिया वालो से, कम दोस्त रखते हे मगर लाजवाब रखते है- क्योंकि बेशक हमारी माला छोटी है- पर फूल उसमे सारे गुलाब रखते हे...
:- Krishna Mohan Singh (kmsraj51)....
http://kmsraj51.wordpress.com/
बहुत बढ़िया. मैं नासमझ ..आने में देर कर दी :)
ReplyDeleteभूल किसकी है
ReplyDeleteमेरी तो नहीं ...
......Sweet Word
फ़र्क़ इस बात से ही पड़ता है कि "मैं" अपने बारे में कितना जानता और समझता हूँ..... .... सुन्दर
ReplyDeleteबहुत खूब....!!
ReplyDeleteसत्य-साहसी कथन !
ReplyDeleteEk Br Fir se ............Sweet Word Tai ji
ReplyDeleteकोई ना समझ सके मुझे तो
ReplyDeleteना समझ कौन ??
मैं तो नहीं ....
सत्य कहा है आंटी आपने...