Friday, 1 November 2013

हाइकु + सेदोका






हाइकु {५७५}

1

पथिकार है 
हरा दुर्मद तम
अतृष्ण दीप। 
~~
2

तमोघ्न बना 
हराया तमोभूत 
नन्हा दीपक। 
~~
3
रंग पुताई
दिल दिमाग की हो
तभी दीवाली।
~~
घर रंग हो
निकालते दिवाला
   भगाते लक्ष्मी। :P
~~
4
निकली आह
निर्धन कृश काया
भष्म दीवाली।

~~
5
पटाखा बम
फैलाता प्रदुषण
फले बर्बादी।
~~

एक सेदोका {५७७५७७}

तमिस्रा मिटा
प्रकाशमान होता
सच्चा दीपक वही
नव्य साहस
संचरण करता
विकल्प सूर्य का हो

~~





6 comments:

  1. "बहुत अच्छे
    हाइकु व सेदोका
    लिखे आपने"

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  2. शुभ दीपावली !!आशा है कि आप सपरिवार सकुशल होंगे |
    सुन्द हाइकू !

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  3. बहुत सुन्दर.
    दीपावली की शुभकामनाएँ.

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  4. .बहुत सुन्दर.. . आप को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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  5. बहुत गहन और प्रभावी प्रस्तुति...दीपोत्सव की हार्दिक मंगलकामनाएं!

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