एकतीस साल गुजराती गई
कुछ यादें जोड़ती गई
कुछ यादें विछुड़ती गई
एकतीस साल गुजराती गई
जेठ का महिना मिला था
रेगिस्तान के रेत पर
नंगे पैर दौड़ती गई
एकतीस साल गुजराती गई
रास्ते में चट्टान मिला
ठोकर खाती गई
ठोकर मारती गई
एकतीस साल गुजराती गई
समुंदर में सैलाब सा जीवन मिला
नाक तक पानी में
उतरती गई
उबरती गई
उबारती गई
एकतीस साल गुजराती गई
गिला-शिकवा ना रहा
माफ करती गई
माफी मांगती गई
एकतीस साल गुजराती गई
शूल निकाल
फेंकती गई
फूल जुटा
सँजोती गई
सहेजती गई
संभालती गई
एकतीस साल गुजराती गई
मुस्कुराती गई
भार्या-जननी-
धरा बनती गई
एकतीस साल गुजराती गई
दुआ करती गई
फिर नज़र
ना लगे किसी की
नज़र तो अपनी ही लगती है
एकतीस साल गुजारती गई
!!
जीत गई
जी गई
जीती गई
एकतीस साल गुजारती गई ....
ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ !!
ReplyDeleteगुजर ही जाता है समय , जी लिया जाता तो और बेहतर होता !
ReplyDeleteबधाइ एवं शुभकामनाएँ !
बहुत बहुत बधाई आंटी
ReplyDeleteसादर
वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक मंगलकामनाएं ।
ReplyDeleteदिली बधाइयाँ....
ReplyDeleteन गुजारती तो बेटा किसे कहती
माँ कैसे कहलाती
जय श्री राधे....
चाची जी ढेरों बधाइयाँ | ईश्वर यूं ही आपको सपरिवार स्वस्थ और प्रसन्नचित रखें |...सादर
ReplyDeleteढेरों बधाई एवं शुभकामनाएं माँ जी
ReplyDeleteबहुत बहुत मुबारक हो जीवन के सफर में इतने पड़ाव पार करने के लिये और शुभकामनाएँ और सुखद भविष्य के लिये.
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई.
ReplyDeleteवैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक मंगलकामनाएं
ReplyDeletedil se dheron shubhkanayen w badhai didi :)
ReplyDeletebehtareen abhivyakti ....
वैवाहिक वर्षगांठ की ढेर सारी बधाइयाँ एवं हार्दिक मंगलकामनाएं!!
ReplyDeletelatest post: प्रेम- पहेली
LATEST POST जन्म ,मृत्यु और मोक्ष !
बहुत ही बेहतरीन और सार्थक प्रस्तुति,आभार।
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई.
ReplyDeleteमें भी तो एक गुजराती हूं
३१वीं वैवाहिक वर्षगांठ पूर्ण करने की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं ।
ReplyDeleteRECENT POST: हमने गजल पढी, (150 वीं पोस्ट )
एकतीस वर्षों की स्मृतियाँ रचना को जीवंत कर गईं. वैवाहिक वर्षगाँठ पर हार्दिक शुभकामनायें....
ReplyDeleteआपने लिखा....हमने पढ़ा
ReplyDeleteऔर लोग भी पढ़ें;
इसलिए कल 10/06/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
धन्यवाद!
बहुत बहुत बधाई दी...
ReplyDeleteविलम्ब के लिए क्षमा...
शुभकामनाएं.
सादर
अनु
बहुत बहुत हार्दिक बधाई और शुभकामनायें दी !! लेट के लिए सॉरी...
ReplyDeletesarthak prastuti. sukh aur dukh to jeevan ke ang hain. mool vastu hai prem ki pavitrata banaye rakhana.
ReplyDeleteआपको बहुत बहुत शुभकामनायें ...
ReplyDeleteसमय ऐसे ही अच्छे से गुज़रता रहे .. आमीन ...
ढेरों शुभकामनाएँ
ReplyDeleteसफर यूँ ही कायम रहें
वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक मंगलकामनाएं ताई जी
ReplyDelete.......देरी के लिए माफ़ी चाहता हूँ !
adbhut varnan - der se hi sahi,main saath hun
ReplyDeleteसुन्दर रचना। सालगिरह की ढेरों सादर बधाइयाँ।
ReplyDeletebehatreen abhivyakti..... aabhaar..
ReplyDeleteutkrisht kavita
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