1
भेंट है मिला
बड़े संघर्षों बाद
स्वतंत्र देश
प्रजातांत्रिक वेश
विश्व अग्रणी केश
2
गुणन योग्य
है मधुमय तोष
देव की आस
माँ के गोद में खेलें
हिन्द देश में होती
3
देव का भेंट
प्रकृति करे प्यार
रवि रश्मियाँ
सर्व प्रथम आती
हिन्द धरा चूमती
4
दुष्टान्न त्यागे
हिन्द मिट्टी का नशा
दुश्मनी भूले
वीर होते हैं यहाँ
बदले विश्व दिशा
5
उत्कर्षों छू ले
कर्म व धर्म जीते
भू को माने माँ
अतुल समन्वय
ये है हिन्द गौरव
====
1
हिम मुकुट
सिंधु-त्रि पाँव धोये
हिन्द है न्यारा।
2
टुकडो में थे
गुलामी का कारण
टुकड़े होंगे।
3
तूफां को तोडा
वीर को मिले रोड़ा
रुख है मोड़ा ।
4
श्रद्धा नमन
चहेती दुर्गा भाभी
वीरांगना थी।
5
क्रांति' व्याख्या
निश्छलता शैतानी
दृढ़ निश्चयी।
6
आजादी नशा
खून के साथ दौड़े
बचपन से।
7
पाखंड मिटे
छूत अछूत मिटे
दलित सटे।
8
स्त्री की अस्मिता
खद्दर की गरिमा
बोली से नोचें
और
झेले जो झोके
नेता बैन नुकीले
स्वसा रो रही।
9
हाथ बढ़ायें
गरीबी व अशिक्षा
मिल मिटायें ।
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1
हिम मुकुट
सिंधु-त्रि पाँव धोये
हिन्द है न्यारा।
2
टुकडो में थे
गुलामी का कारण
टुकड़े होंगे।
3
तूफां को तोडा
वीर को मिले रोड़ा
रुख है मोड़ा ।
4
श्रद्धा नमन
चहेती दुर्गा भाभी
वीरांगना थी।
5
क्रांति' व्याख्या
निश्छलता शैतानी
दृढ़ निश्चयी।
6
आजादी नशा
खून के साथ दौड़े
बचपन से।
7
पाखंड मिटे
छूत अछूत मिटे
दलित सटे।
8
स्त्री की अस्मिता
खद्दर की गरिमा
बोली से नोचें
और
झेले जो झोके
नेता बैन नुकीले
स्वसा रो रही।
9
हाथ बढ़ायें
गरीबी व अशिक्षा
मिल मिटायें ।
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बहुत सुन्दर रचना.
ReplyDeleteनई पोस्ट : एक खिड़की शहर में खुलती है
सुंदर रचना ।
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस पर सुंदर रचना..
ReplyDeleteवाह ! देश प्रेम की अलख जगाते भावपूर्ण, ओजपूर्ण, सुन्दर, सार्थक, प्रेरक तांका एवं हाइकू ! स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई !
ReplyDeleteआपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (15.08.2014) को "विजयी विश्वतिरंगा प्यारा " (चर्चा अंक-1706)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, चर्चा मंच पर आपका स्वागत है, धन्यबाद।
ReplyDeleteजय हिन्द
Deleteआभारी हूँ ..... बहुत बहुत धन्यवाद आपका
बढ़िया व सुंदर हाइकु , आ. धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
बहुत सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति...जय हिन्द
ReplyDeleteआपकी इस रचना का लिंक दिनांकः 15 . 8 . 2014 दिन शुक्रवार को I.A.S.I.H पोस्ट्स न्यूज़ पर दिया गया है , कृपया पधारें धन्यवाद !
ReplyDeleteजय हिन्द
Deleteआभारी हूँ .... बहुत बहुत धन्यवाद आपका
1
ReplyDeleteहिम मुकुट
सिंधु-त्रि पाँव धोये
हिन्द है न्यारा।.........जय हिन्द
आजादी नशा
ReplyDeleteखून के साथ दौड़े
बचपन से।
सुंदर क्षणिकाएं।।।
उत्कर्षों छू ले
ReplyDeleteकर्म व धर्म जीते
भू को माने माँ
अतुल समन्वय
ये है हिन्द गौरव
खुबसुरत दी सभी :) :)
सुंदर गरिमामयी रचना
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस पर सुन्दर सार्थक प्रस्तुति
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
जय हिन्द!
ReplyDeleteजय हिन्द .... आभार
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