भौरा कली में पूरी रात कैद रह सकता है
सुबह जब कली खिलती है
तो वो बाहर उड़ता है
प्यार तो बस ऐसा होता है
प्यार मदांध/सड़ांध
बिना शादी रिश्ता
संस्कार मिटा ।
==
निराश पूत
माँ प्यार संजीवनी
माथे चुंबन ।
==
बड़ी बहन
छोटों को स्नेहाशिष
माँ ही लगती ।
==
दमन करे
द्वेष लालच ईर्ष्या
अमृत प्यार ।
==
निराश्रय है
चेफुआ सा बुजुर्ग / खोई बना बुजुर्ग
पूत निर्मोही ।
===
कभी कभी गर्मियों में हो जाता है .....
लगता है ..... दमघोंटू वातवरण ....
ऐसा मौसम क्यूँ आता है ज़िंदगी में
मौन पवन
चुपाना पतावर
मूक गगन ।
==
कभी कभी गर्मियों में हो जाता है .....
लगता है ..... दमघोंटू वातवरण ....
ऐसा मौसम क्यूँ आता है ज़िंदगी में
मौन पवन
चुपाना पतावर
मूक गगन ।
==
स्वेटर धो कर
सुखाने का सोच
नभ पानी धो गया
दुशाला ओढ़ कर
शशांक छुप गया
विभा का नाक बह गया
इसलिए बाकी को बाद में झेलिएगा
Bahut hi sunder haiku... hamesha ki tarh
ReplyDeleteअति सुंदर हाइकू
ReplyDeleteपठनीय व संप्रेषणीय हाइकु
ReplyDeleteप्यार की खुबसूरत अभिवयक्ति.......
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद और आभार बेटे जी
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनायें
बेहद सुंदर हाइकू....
ReplyDeleteहाइकु बहुत पसंद आये.
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब हाइकू हैं सभी ...
ReplyDelete