अपने हिस्से का दुःख खुद झेलते हैं
खुशियों को दुसरे का मोहताज़ क्यूँ बनायें
====
====
मिले तो रोजी
ना तो मनाए रोजा
हो ख्वाजा मर्जी ।
====
मौन संपदा
रेजगारी बोलना
मान बढ़ाता ।
=====
=====
लजाई डाल
गोद में नये पत्र
कपोल लाल ।
=====
=====
भविष्य भाँपो
मकड़ी जाला दौरा
भ्रमित राह ।
=====
=====
हर हाइकू अपने सन्देश में जीवन दर्शन समेटे हुए... काश! हमको भी लिखना आता हाइकू..!!
ReplyDeleteभाई
Deleteस्नेहाशिष
सुंदर सन्देश देते हईगा ...!
ReplyDeleteRECENT POST - आँसुओं की कीमत.
बहुत सुन्दर ...एक से बढ़कर एक
ReplyDeleteबहुत बढ़िया.
ReplyDeleteबड़े ही अर्थपूर्ण हाइकु।
ReplyDeleteआभारी हूँ ,बहुत बहुत धन्यवाद आपका
ReplyDeleteस्नेहाशिष
आभारी हूँ ,बहुत बहुत धन्यवाद आपका .....
ReplyDeleteसादर _/\_
कल 22/02/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद !
आभारी हूँ बेटे जी ...... बहुत बहुत धन्यवाद आपका ....
Deleteहार्दिक शुभकामनायें
:) बहुत सुंदर हैं की टिप्प्णी करनी पड़ रही है सिर मत पीटियेगा वाकई बहुत सुंदर हैं :)
ReplyDeletebahut sundar haaiku !
ReplyDeletenew postकिस्मत कहे या ........
New post: शिशु
rang birange ....
ReplyDeleteदेखन में छोटे लगें बात कहें गंभीर !
ReplyDeleteभावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने.....
ReplyDeleteएक से बढ़कर एक खुबसूरत. सुन्दर हायकू
ReplyDeletebahut achhe, prernaprad haiku.
ReplyDeleteshubhkamnayen