http://thalebaithe.blogspot.in/2014/02/TBMAR1421.html?
अहसानमंद हूँ ,नवीन भाई का ....
उन्हे मेरे दो हाइकु पसंद आए ......
बहुत बहुत धन्यवाद उनका
ज्ञान का लोप
पाशविकाचरण
मृत समाज ।
गिरि वसन
धूसर अँगरखा
उजली टोपी ।
https://www.facebook.com/events/671192796252714/671851859520141/?notif_t=like
" दो शब्द एक हाईकु "
=========
पतझड़ === बसंत
1
हंसा बसंत
पतझड़ अंजाम
चूल्हा भी जला ।
2
सफाई कर्मी
आतिथेय बसंत
पतझड़ है ।
===========
पहाड़ === नदी
1
देवा पहाड़
नदी रौद्रता त्रास
रेतीला निधि ।
2
महासमर
भगीरथ पहाड़
नदी भू आई ।
==========
सूरज === चाँद
1
ताप व शीत
ज़िंदगी संतुलित
सूरज चाँद ।
2
गोदी चढ़ता
सूरज कभी चाँद
इला की मर्जी ।
==========
" दो शब्द एक हाईकु "
=========
पतझड़ === बसंत
1
हंसा बसंत
पतझड़ अंजाम
चूल्हा भी जला ।
2
सफाई कर्मी
आतिथेय बसंत
पतझड़ है ।
===========
पहाड़ === नदी
1
देवा पहाड़
नदी रौद्रता त्रास
रेतीला निधि ।
2
महासमर
भगीरथ पहाड़
नदी भू आई ।
==========
सूरज === चाँद
1
ताप व शीत
ज़िंदगी संतुलित
सूरज चाँद ।
2
गोदी चढ़ता
सूरज कभी चाँद
इला की मर्जी ।
==========
bahut hi sundar sundar haikuz di
ReplyDeleteबेहतरीन हाइकु हैं आंटी!
ReplyDeleteसादर
बहुत सुन्दर हायकू.
ReplyDeleteनई पोस्ट : आ गए मेहमां हमारे
लाज़वाब...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हायकू....!!
ReplyDeleteसुन्दर ....नमस्ते
ReplyDeleteSabhi haiku bahut sunder
ReplyDeleteवाह ! प्रकृति पर सुंदर हाइकु
ReplyDeleteनयी गहराई लिये
ReplyDeleteलाजवाब हैं सभी हाइकू ... गहराई लिए ..
ReplyDeleteआपकी तो महारत है इस विधा में!! और वो झलकती है आपकी समस्त रचनाओं में!!
ReplyDeletesarthak haiku. badhaaee.
ReplyDeletebahut sundar hayku ....padho to aise lagta hai ki chhote -chhote pairon se man me utarta jata hai koi ..
ReplyDeleteथोड़े शब्दों में बहुत कुछ कहना आसान नहीं है...बहुत ही अर्थपूर्ण और भावपूर्ण हाइकु... उत्साहवर्धन हेतु आपका आभारी हूँ...
ReplyDeleteगोदी चढ़ता
ReplyDeleteसूरज कभी चाँद
इला की मर्जी ।
.........लाजवाब हैं सभी हाइकू