9 महीने
वेदना और संघर्ष के दिन एक परिवार के लिए ....
करोड़ों मुख से निकला
दुआओं - प्रार्थनाओं का फल है
ये फांसी का दण्ड ,लेकिन
अभी खुश होने का समय नहीं आया है ....
अभी हमारे महामहिम के पास अर्जी जानी बाकी है ....
हिंदुस्तान है मेरे दोस्त
चुनाव भी नजदीक है
वैसे भी ये न्याय अधूरा है ....
कोई तो मुस्कुरा रहा है
न्याय प्रणाली का मज़ाक उड़ा रहा है ....
हमारा खून जला रहा है .....
sahi kahaa aapne
ReplyDeleteहिंदुस्तान है मेरे दोस्त
ReplyDeleteचुनाव भी नजदीक है
वैसे भी ये न्याय अधूरा है ....
कोई तो मुस्कुरा रहा है
न्याय प्रणाली का मज़ाक उड़ा रहा...
बहुत खूब,सुंदर सृजन !!
RECENT POST : बिखरे स्वर.
Sach me.... Sabke man ki kahi....
ReplyDeleteशुभ संध्या दीदी
ReplyDeleteअच्छा मजाक है
चलो छः महीने और जी लेने दो
यमदूत खाली नहीं न हैं
सादर
हिंदुस्तान है मेरे दोस्त
ReplyDeleteचुनाव भी नजदीक है
वैसे भी ये न्याय अधूरा है ....
कोई तो मुस्कुरा रहा है
न्याय प्रणाली का मज़ाक उड़ा रहा है ....
हमारा खून जला रहा है .....
वास्तविक अभिव्यक्ति .
ज़रुरत तो यही थी की क़ानून में बदलाव कर उस मुस्कुराने वाले को भी यही सजा मिलनी चाहिए थी.
ReplyDeleteसही कहा आपने खून जल रहा है,,,,,,,
ReplyDeleteबचाव पक्ष {दोषियो}के वकीलों तक की यही सजा होनी चाहिए,यही नही सभी वहशियो और विकृत मानसिकता के बलात्कार के दोषियो कों फंसी होनी चाहिए ,चाहे संसद में हों ,चाहे सरकार में |
ReplyDeleteSAHI KAHA DIDI APNE.....PAR SACH MEY JO BHI AISA KARTA HAI UN SABKO YAHI SAZA MILE....AUR US MUSKURANE WALE KO BHI...
ReplyDeleteबिल्कुल सही कहा आपने .....
ReplyDeleteन्याय हुआ है, देश मुदित है..
ReplyDeleteकोई तो मुस्कुरा रहा है
ReplyDeleteन्याय प्रणाली का मज़ाक उड़ा रहा है ....
हमारा खून जला रहा है !
..........सही कहा आपने