ब्लॉग अपनी अनुभूति की अभिव्यक्ति के लिए एक डायरी ....
आज दो साल हो गए ब्लॉग जगत में आये हुए .…
सुखद संजोग है कि आज विजया दशमी है .....
आप सभी को विजया दशमी की हार्दिक शुभकामनायें .....
त्वमेव सर्वजननी मूलप्रकृतिरीश्वरी !
त्वमेवाद्दा सृष्टिविधां स्वेच्छया त्रिगुणात्मिका !!
लंबी आयु दे
लक्ष्मी- ब्रह्माणी कृपा
बरकत दे
दशहरा
दस हारा
चरित्र शुद्धि
जीतें दस इन्द्रियां
दशई मने
हमारा दशहरा तो नेपाल की दशई ….
दशई तो हमारे गावँ में भी बोला जाता है
इन दस दिनों को लेकिन
वो जादू टोना डायन के लिए प्रयोग्य होता है ....
बात एक ही है ,लेकिन जहां हम नवरात्र औ दशहरा महापर्व की तरह मनाते हैं तो नेपाल में यह राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाया जाता है ….
काठमांडू में तलेजु भवानी मंदिर में अनोखी परम्परा है …. इस मंदिर का कपाट पूरे साल में एक दिन केवल दशमी को ही खुलता है और मध्य रात्रि में १०८ पशुओं की बलि चढ़ायी जाती है ….
इस ब्लॉग को जब बनाई थी तो समय काटने का माध्यम था लेकिन आज समय ही नहीं बचता …. पहले से ही सब जानते हैं कि मैं ना तो लेखिका हूँ और ना कवियत्री हूँ , तो मुझ से न किसी को स्पर्धा हुई और ना मुझे किसी से कोई रश्क ....ब्लॉग के माध्यम से बहुत से लोगो को जानने का मौका मिला …. बहुत सारे रिश्ते मिले…. किसी एक का नाम लूँ तो किसी एक का छुट जाने का डर रहेगा .... ये नाइंसाफी होगी ….
सभी का तहे दिल से शुक्रिया और आभार .....
बहुत कुछ सिखने को मिला ..... जैसे हाइकू ....
दिन ढलते
क्षितिज दे दिखाई
सुख के पल
जीवन शिक्षा
ले परीक्षा जिंदगी
जीवट दीक्षा
आज में जीती Today, life in
हूँ तनाव रहित 'll Relax or Am Stress-free
आज को जीती In today won
(*_*)
श्रवन सीखो
ना श्रोता, हो श्रावक
भीतर मौन
महँगी होती
रखो संभाल कर
आधी आबादी
दर्द का दर्द
गर्भनाल खिचता
अपनी ओर
ये आप ही निर्णय करेंगे न …. नामांकन U K G में तो ले ही लेती हूँ .....
विजयादशमी और ब्लॉग लेखन के दो वर्ष पूरे होने पर आपको बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteसीखने सिखाने और मित्र बनाने का क्रम अनवरत चलता रहे हम और आप ऐसे ही जुड़े रहें ....बहुत बहुत शुभकामनाएं आदरणीय विभा जी
बहुत बहुत बधाई!
ReplyDeleteढ़ेरों शुभकामनाएं...!!!
प्रणाम!
हार्दिक बधाई |निरंतर आपका आशीर्वाद ,स्नेह हमारे पथ कों आलोकित करता रहे |
ReplyDeleteमंगलकामनाएं|
आहूत ही सुंदर संदेशो से भरी ,सार्थक रचना |
आप की ये सुंदर रचना आने वाले सौमवार यानी 14/10/2013 कोकुछ पंखतियों के साथ नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है... आप भी इस हलचल में सादर आमंत्रित है...
ReplyDeleteसूचनार्थ।
शुक्रिया और आभार
Deleteख़ुदा नेमत बख्शे औ हर मुराद आपकी पूरी हो
achchhi abhivykti
ReplyDeleteAachhi post hai my next post cd recovery tools
ReplyDeletedidi.....apko dhero shubhkamnayein....aap aise hi likhte raho aur hume acchi batein sikhate raho....
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई..... यूँ ही अपने भाव और विचार साझा करती रहें , शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई आंटी 2 वर्ष पूरे पर। ऐसे ही लिखते रहिए और हमे अपना आशीर्वाद देते रहिए।
ReplyDeleteआपको सपरिवार विजय दशमी की हार्दिक शुभ कामनाएँ।
सादर
विजय दशमी की बधाई ...
ReplyDeleteब्लॉग जगत में २ वर्ष पूरे करने की बधाई ... इतना सुन्दर ओर मन के भाव लिखने की बधाई ...
ब्लॉग जगत में दो वर्ष पूरे करने की बधाई ! मनोभावों का इतना सुंदर सृजन और विचारों की अभिव्यक्ति हमें भी हर्षित कर देती है .सच कहूं तो ,ब्लोगिंग के जरिये ही मुझे इतने सारे फेसबुक पर फ्रेंड मिले .कुछ जागरण जंक्शन और कुछ ब्लागस्पाट पर लिखने पर .
ReplyDeleteनई पोस्ट : रावण जलता नहीं
विजयादशमी की शुभकामनाएँ .
२ वर्ष पूरे करने की और इस सुखद सफर की हार्दिक बधाई ..साथ ही साथ विजयादशमी की ्निरंतर यूँ ही गतिमान रहो.....
ReplyDeleteआपकी यह पोस्ट आज के (१३ अक्टूबर, २०१३) ब्लॉग बुलेटिन - बुरा भला है - भला बुरा है - क्या कलयुग का यह खेल नया है ? पर प्रस्तुत की जा रही है | आपको विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनायें और सहर्ष बधाई ।
ReplyDeleteशुक्रिया और आभार
Deleteख़ुदा नेमत बख्शे औ हर मुराद आपकी पूरी हो
बहुत सुन्दर .
ReplyDeleteब्लाग -लेखन की तृतीय वर्षगांठ पर 'पूनम' एवं मेरी ओर से आपको हार्दिक बधाई। दशहरा आप सब को मंगलमय हो।
ReplyDelete-------
रावण को 'दशानन' क्यों कहते हैं?क्योंकि उसको ब्रह्मांड की दसों दिशाओं का ज्ञान था-पूर्व,पश्चिम,उत्तर,दक्षिण,उत्तर पूर्व,उत्तर पशचिम,दक्षिण पूर्व,दक्षिण पश्चिम,आकाश (अन्तरिक्ष समेत)और पाताल (भू-गर्भ)। 'विसतारवाद/साम्राज्यवाद' की नीतियों पर चलने के कारण ही 'राम' के माध्यम से जनवादी शक्तियों ने उसका संहार किया था किन्तु आज 'दशहरा' के दिन नहीं। इस 'विजयदशमी'के दिन तो सुग्रीव के नेतृत्व में 'किष्किंधा' की राजधानी 'पंपापुर' से राम ने सेना का लंका की ओर कूच करवाया था। ---http://krantiswar.blogspot.in/2012/10/blog-post_24.html
दो वर्ष की सुन्दर सफ़र के लिए बधाई !
ReplyDeleteविजयादशमी की शुभकामनाएँ !
अभी अभी महिषासुर बध (भाग -१ )!
बहुत बहुत बधाई दो साल पूरे करने के लिए.....यूँ ही क्लास दर क्लास आपकी यात्रा बढती रहे :)
ReplyDeleteदो वर्ष की और दशहरे की शुभकामनायें।
ReplyDeleteयात्रा जारी रखिये.
ReplyDeleteहम सभी आपके साथ हैं
आप अच्छी रचना लिखती हैं
बधाई दी :) नेपाल में ये राष्ट्रिय पर्व की तरह मनाया जाता है आज पता चला इस सुन्दर जानकारी के लिए आभार एवं हैकुज़ लाजवाब है दी . सादर नमन
ReplyDeletebadhai ho di 2 saal ke liye
ReplyDeleteअर्थपूर्ण प्रस्तुति..काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली...
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