Monday 30 December 2013

अलविदा नहीं ,जेहन में हमेशा के बस गए तुम 2013




2013

रीता या बीता 
मैं तो जीती गई 
ऊपर वाला एक पलड़े पर 
ढेर सारे गम रख देता है 
दूसरे पलड़े पर छोटी सी ख़ुशी 
रखा नहीं कि तुलसी के पत्ते 
के समान हुई 

2013 



13 अंक सभी के अनुसार अशुभ होते हैं 
15 फरवरी  को पापा के मृत्यु के बाद कुछ देर के लिए 
मेरा मन भी डगमगाया था 
लेकिन कुछ देर के लिए 
उन्हें कष्ट बहुत था 
उन्हें तो मुक्ति मिली थी 
हम दुखी अपने स्वार्थ में थे 
15 फरवरी को वसंत पंचमी था 
उसे खो जाने का तब तक अफसोस है 
जब तक हमारे कुल में नये वंश का आगमन नहीं हो जाता 
17 अगस्त को बेटे की सगाई 
और 
कोर्ट मैरेज से शुरू हुई उल्लास और उमंग 
15 दिसम्बर  को ही मैं रखी ,
 मंदिर में बेटे का शादी का दिन


रीता या बीता नहीं ,जीता गया 2013 .....
ये स्वेटर 24 साल पहले का मेरे हांथो का बुना है

मुझे हमेशा मलाल रहता था कि इनके लिए बुना हुआ ये आखरी स्वेटर होगा क्यूँ कि इन्हें बाज़ार का खरीदा स्वेटर
मोंटे कार्लो , पार्क एवेन्यु etc के स्वेटर ज्यादा पसंद आते थे ....
मुझे हमेशा लगता वे महंगे तो होते ही हैं ,साथ में उनमें गर्माहट कम है ,लेकिन समझा नहीं पाती थी 
25 दिसम्बर को सुबह सुबह ये बोले इस स्वेटर को पहन लेता हूँ तो दूसरा कुछ और पहनने की जरूरत महसूस नहीं होती । बहुत पुराना होने के बाद भी ये बहुत गर्म करता है
और 29 दिसम्बर को ये उन आ गया

 
कभी कभी चुप रह कर समय का इंतजार करना चाहिए न 
सब wish पूरी होती ही है
कहने के लिए बहुत सी बाते थी है रहेगी 2013 जाते जाते थोड़ी सी .......... दे गया ....... 
Old is Gold 


अलविदा नहीं ,जेहन में हमेशा के बस गए तुम

2013 
~~ 

Tuesday 24 December 2013

चेन्नई की यादें 20 to 22 दिसम्बर 2013





हैप्पी क्रिसमस 


ये सब आपलोगो के लिए 


मेरी रानी बेटी & बेटी जी के लिए 


राष्ट्रपति के सुरक्षा के कारण किसी को अपने पास कैमरा या मोबाईल रखने की अनुमति नहीं मिली .... 
इस लिए फ़ोटो का फ़ोटो लेना पड़ा बाद में .... — at The Leela Palace, Chennai.....

 

आस्ट्रेलिया से आई इंजीनियर को मेमोन्टो और शॉल सौंपा गया … 



लंदन से आई बहुत कुछ याद दिला गईं 


हिंदुस्तान की स्त्रियाँ सम्भल जाएँ 
कहीं वे इस विदुषी से पिछड़ ना जाएँ
ये विदुषी लंदन से आई थी और 
इन्हें पुरे दिन साड़ी पहन , 
खुश होते देख अच्छा लगा .... 
यहाँ की कुछ महिलाएं थोड़ी देर में ही 
अपनी साड़ी इसलिए बदल दी कि 
आरामदायक पोशाक साड़ी नही होती  ....



सामने शीशा होना चाहिए 

Tuesday 10 December 2013

आवेश


हाइकु 

5-7-5

लहरा आता 
क्षणिक भावावेश 
वो जीता जाता  

होश गंवाता 
देखा सत्य सामने 
खिसक लेता 

~~

संख्या का 
खेल छोडो 
एक सता 
एक बिपक्ष 
सम्भाल लो 
मंशा समझो 
तेलिया के 
तीन चांस 
मत खेलो ....

~~

बिपक्ष मजबूत होनी ही चाहिए 
बिगड़ैल हाथी पर
महावत के अंकुश जैसी 
जिसमें लोभ - मोह नहीं हो 

......................
पुष्ट घरौंदा
पैबंद लगा देता
रिसते रिश्ते 

~~~

Saturday 7 December 2013

आंसू के रूप





आँख गहना 
आंसू के कई रूप 

5-7-5-7-7

आँख बिछुड़ी
माँ आँचल समाती
मोती बनती 
धरा अंग लगाती 
आंसू धूल सानती 

5-7-5-7-7

साथ छोड़ते
पथराई आँखों का 
नहीं निभाते
कपकपाते होठ  
बे-दर्द आंसू बैरी 


5-7-5-7-5-7-5-7-7

आँख से टूट 
बंदनवार तनी
बरौनी पर 
गम आंसू छोड़ 
पोली बांसुरी 
गुनगुनाने वाली 
जिंदगी धुन 
हृदय तान संग 
विरला बजाता है

_______________ 

दुर्वह

“पहले सिर्फ झाड़ू-पोछा करती थी तो महीने में दो-चार दिन नागा कर लिया करती थी। अब अधिकतर घरों में खाना बनाने का भी हो गया है तो..” सहायिका ने ...