Tuesday 24 June 2014

मेरे निजी विचार








धरती के कई किलोमीटर नीचे मैग्मा पाया जाता है .... 
ये मैग्मा कभी कभी धरती के ऊपरी परत को चीर कर
 धरातल पर निकल आता है , जिसे ज्वालामुखी फटना कहते हैं .... 
मैग्मा अगर काफी तरल हुआ तो आस-पास फैल कर रह जाता है …. 
अगर गाढ़ा हुआ तो जिस छेद से निकल रहा है , 
वही जमा हो जाएगा और ज्यादा निकला तो पहाड़ बन जायेगा .....







4 comments:

  1. kafi kuchh seekhati hai aapki har post .hardik aabhar

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  2. kafi kuchh seekhati hai aapki har post .hardik aabhar

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  3. बहुत सुन्दर हाइकु और हइगा. बधाई!

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  4. सुंदर हाइकु ! जानकारी के लिए भी धन्यवाद विभा दी ! :)

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