धरती के कई किलोमीटर नीचे मैग्मा पाया जाता है ....
ये मैग्मा कभी कभी धरती के ऊपरी परत को चीर कर
धरातल पर निकल आता है , जिसे ज्वालामुखी फटना कहते हैं ....
मैग्मा अगर काफी तरल हुआ तो आस-पास फैल कर रह जाता है ….
अगर गाढ़ा हुआ तो जिस छेद से निकल रहा है ,
वही जमा हो जाएगा और ज्यादा निकला तो पहाड़ बन जायेगा .....




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kafi kuchh seekhati hai aapki har post .hardik aabhar
ReplyDeletekafi kuchh seekhati hai aapki har post .hardik aabhar
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हाइकु और हइगा. बधाई!
ReplyDeleteसुंदर हाइकु ! जानकारी के लिए भी धन्यवाद विभा दी ! :)
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