Fb जैसा असली दुनिया में भी ब्लॉक का आप्शन होना चाहिये था
बार बार साधू की भूमिका नहीं निभानी पड़ती किसी बिच्छू के लिए
नजरों के सामने गुलाटी मारते देखना ज्यादा दंश देता होगा न
..... दिल ब्लॉक हो तो ........

सच को ..... चाशनी में लपेटना ..... हमेशा भूल जाती हूँ ..... जबकि जलेबी पसंद है ..... लेकिन मिर्ची ज्यादा लुभाती है .....
सच है 😁 gm jsk di
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 08 जून 2016 को लिंक की जाएगी............... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
ReplyDeleteसही बात
ReplyDeleteसच को .. चाशनी में लपेटना .. हमेशा भूल जाती हूँ एकदम सटीक .... :)
ReplyDeleteबहुत खूब लिखा है आदरणीया
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