दिल्ली निवासी कद्दावर नेता को शेख उल आलम(श्रीनगर) एयरपोर्ट पर पत्रकारों की मंडली घेरकर खड़ी थी.. किसी पत्रकार ने पूछा,-"आप यहाँ जमीन खरीदने आये थे क्या मामला (डील) तय हो गया?"
"जो पड़ोसी होने वाला था वह क्या सोच रहा यह भी तो पता कर लूँ.. इस इरादे से उससे बात करने गया...,"
"फिर क्या हुआ?" सबकी उत्सुकता चरम सीमा पर, सब चौकन्ने हो गए।
"बात-चीत के क्रम में, अपना शहर तो रास नहीं आया... उस समाज के लिए कभी कुछ किया नहीं... जो अपनों के बीच नहीं रहना चाहता, वह अजनबियों के बीच रहेगा.. उनके मुख से सुन और भाषा-बोली, खान-पान, चरित्र- व्यक्तित्व से डरे-सहमे के बगल में रहने का इरादा बदल दिया।" हवाई जहाज के उड़ने की घोषणा हो रही थी नेता जी के घर वापसी के लिए और सामने न्यूज चैनल पर जन-जन प्रिय प्रत्येक दिलवासी नेत्री के मोक्ष की खबरें आ रही थी..
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 07 अगस्त 2019 को साझा की गई है........."सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteसस्नेहाशीष व असीम शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार
Deleteअद्भुत।
ReplyDeleteआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 8.8.19 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3421 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
हार्दिक आभार आपका
Deleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 8 अगस्त 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteसस्नेहाशीष संग हार्दिक आभार आपका
Deleteवाह!
ReplyDeleteBAHUT BAHUT BADIYA.
ReplyDeleteमहान नेता और सौम्य एवं शक्तिमय व्यक्तित्व की स्वामिनी सुषमा जी को भावभीनी श्रद्धांजलि
ReplyDeleteअश्रुपूरित श्रद्धांजलि महान नेत्री सुषमा स्वराज जी को...
ReplyDeleteभावपूर्ण श्रद्धांजलि सुगना फाउंडेशन परिवार की तरफ से
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