Saturday, 7 November 2020

अहोई अष्टमी और बहुला अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ…

 पिरामिड जनक : आदरणीय भाई श्री Suresh Pal Verma Jasala जी

***शीर्षक = प्रदत्त चित्र "अहोई/अहोई माता" पर सृजन


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जथा(धन)
अवृथा
साम्यावस्था
अजहत्स्वार्था
मिट जाए व्यथा
माता अहोई कथा।{01.}
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धा
पर्धा
अभिधा
अनहोनी
पुत्रोम्र छीजे
माता आँख मूंदे
अहोई अवमानी।{02.}
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8 comments:

  1. आपके लिये भी मंगलकामनाएं।

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  2. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शनिवार 07 नवंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. सस्नेहाशीष व असीम शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार छोटी बहना

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  3. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (08-11-2020) को    "अहोई अष्टमी की शुभकामनाएँ!"  (चर्चा अंक- 3879)        पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    --   
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।  
    --

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    1. वन्दन संग हार्दिक आभार आपका आदरणीय

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  4. सुन्दर
    शुभकामनाएँ

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  5. बहुत सुंदर दी।
    बहुत बहुत शुभकामनाएँ।

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