Wednesday 21 June 2023

जैसी दिशा वैसी दशा


"कोई कार्य शुरू करने से पहले हमें मेहनत बहुत करनी पड़ती है। अपना और आपके दिल-दिमागों की धुलाई करनी पड़ती है।और साथ ही नजरों से धुँध छाँटनी पड़ती है। जी हाँ, मित्रों! वैद्युतकशास्त्र संचार माध्यम (इलेक्ट्रानिक मीडिया) से मैं आपकी पत्रकार मित्र मानवी और मेरे संग हैं चलचित्रकार चेतन

फोटोग्राफी का मजा बढ़ जाएँ,

अगर कोई दृश्य दिल में उतर जाएँ

आज योग दिवस है और आप तक विस्तृत सूचना पहुँचाने के लिए हम अस्पताल में आ पहुँचे हैं। आइए आज जानते हैं दो महोदय से योग से लाभ और हानी के बारे में। जी हाँ! आप बताएँ अरुण जी•••

"मैं अपने युवाकाल शायद उच्चतर माध्यमिक विज्ञान (intermediate science) का छात्र था तभी से नेति क्रिया, मयुरासन, पैर से पीछे का जमीन छू लेना इत्यादी अनेको आसान करता रहा। मेरे लिए समय बेहद महत्त्वपूर्ण रहा रात में 9 बजे तक सो जाना और प्रातकालीय 5 बजे उठ जाना।सुबह खाली पेट चाय नहीं लेना। दो बार ब्रेन स्ट्रोक हुआ और एक बार हल्का पक्षाघात लेकिन ना मुझे पता चल पाया और ना और किसी को शायद कारण योग ही रहा हो जी। सेवा निवृति के छ सात के बाद आज मैं अस्पताल में हूँ। ठीक से बोल नहीं सकता ठीक से चल नहीं सकता। बेहद गुस्सा आता है। समय है•••,"

"आप बताएँ मोहन जी! आप अस्पताल के बिस्तर पर क्यों पड़े हैं?"

"मैं योग को अपनी दिनचर्या में कभी भी शामिल नहीं किया। योग जरूरी है यह कभी समझ ही नहीं पाया। दो-दो पाँच के चक्कर में रहा। अपने पैसों के बल पर स्व के बल को इक्कीस समझता रहा। मुझसे उम्र में बीस और आर्थिक रूप से उन्नीस सरपट दौड़े जा रहे हैं। और मैं•••,"

"अच्छा, तो आज आपको यह दिन नहीं देखने पड़ते अगर समय से आप योग कर लिए होते? लेकिन आपके संग रह रहे अरुण जी तो सारी जिन्दगी योग करते रहे।? फिर?"

"मैं बताता हूँ। योग के अभ्यास के माध्यम से, व्यक्ति आंतरिक शांति पैदा करने, तनाव का प्रबंधन करने और अपने आध्यात्मिक क्षितिज का विस्तार करने के लिए सशक्त हो सकते हैं।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर क्या••, प्रतिदिन उन प्राचीन ऋषियों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करना आवश्यक है, जिन्होंने निस्वार्थ रूप से पूरी मानवता के लाभ के लिए अपने ज्ञान को साझा किया। संगीत और मन का भी योग करें फल शान्ति मिलेगा। रोज संगीत दिवस भी मनाएँ।"

 "चिकित्सक के दिए सुझाव सभी को मानने चाहिए और हमें अब आप जनता से विदा लेनी चाहिए।"

5 comments:

  1. भोग से फुरसत मिले तो सोचें योग भी |

    ReplyDelete
  2. योग के अभ्यास के माध्यम से, व्यक्ति आंतरिक शांति पैदा करने, तनाव का प्रबंधन करने और अपने आध्यात्मिक क्षितिज का विस्तार करने के लिए सशक्त हो सकते हैं। सही बात, रोचक पोस्ट!

    ReplyDelete
  3. योग दिवस पर योग एवं संगीत का महत्व बताता बेहतरीन लेख ।

    ReplyDelete
  4. वन्दन के संग हार्दिक आभार आपका

    ReplyDelete
  5. बहुत ही सुन्दर पोस्ट

    ReplyDelete

आपको कैसा लगा ... यह तो आप ही बताएगें .... !!
आपके आलोचना की बेहद जरुरत है.... ! निसंकोच लिखिए.... !!

छतरी का चलनी…

 हाइकु लिखने वालों के लिए ०४ दिसम्बर राष्ट्रीय हाइकु दिवस के रूप में महत्त्वपूर्ण है तो १७ अप्रैल अन्तरराष्ट्रीय हाइकु दिवस के रूप में यादगा...