हैल्लो!
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हाँ! हाँ, सब कुशल मंगल!
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अरे•• हाँ! नहीं गया था जंगल। लम्बी कतार थी। तुम्हारा मिस्ड कॉल दिखा। तुम्हारी माँ पूछ रही है; तुम्हारे मित्र संग भेजा गया सामान, क्या तुमने चखा?
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बच्चों से दूर रहना हमारा निर्णय था यारा! जीवन सन्ध्या के वक्त और भविष्य ने हमें नहीं मारा।
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खिलखिलाती जिन्दगानी तेरी-मेरी कहानी रहनी चाहिए। अच्छी हो या बुरी, खतरे के निशान से ऊपर क्यों बहनी चाहिये!
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यहीं सभी चूक जाते हैं। क्योंकि हम मूक पाते हैं। मान लेते हैं विधि का विधान,, जबकि हो सकता है निति से निदान।
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बता ही तो रहा हूँ! बाबा अपने डगमगाते कदमों के लिए आपको सहारा लेनी चाहिए, ए टी एम से राशि निकालने गया तो गार्ड ने कहा। क्या उसे प्रिया की फाइलेरिया की लाचारी कहनी चाहिए!
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अरे नहीं! नहीं कहा। कह दिया, अभी तो पैसठ को कब्जा रहा हूँ। दूसरे पचहत्तर का सहारा बनने जा रहा हूँ।
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वृद्धश्रम वालों ने नगद राशि की माँग रखी थी। तुम्हारी माँ की ज़िद थी कि वृद्धावस्था वृद्धों के संग गुजारेंगे। पहले वृद्धाश्रम का स्वाद नहीं चखी थी। वहाँ की स्थिति देख जिद पकड़ ली वहाँ से निसंतान वृद्ध को घर लानी चाहिए।
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उसका सपना तो अब धरा का धरा नहीं रह गया। हमलोग निसंतान दम्पत्ति को घर ले आने वाले हैं। वे अनाथाश्रम में पले थे। हमारे साथ रहने से, वहाँ से मुक्त हो जाने से वृद्धाश्रम ग्रह गया।
वृद्धाश्रम से कितने वोट हो सकते हैं वृद्ध को खबर नहीं है बता देते तो व्यवस्था सुधर जाती :)
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