I LOve Rain
But
I am Old
I am Old
उम्र बढ़ने पर ठंढ ज्यादा तकलीफ देती है ....
जैसे जैसे उम्र बढती जा रही है ,
सर्दी कुछ ज्यादा ही डराती जा रही है ......
उतना ही ठंढ क्यूँ नहीं पड़ता है ,
जितना इन्सान सह सकता हो ......
मौत हावी होती जा रही है .......
मौका मिला .....
दो दिन बिलकुल अकेले रहने को .....
48 घंटे एक कमरे में कैद कर ली अपने को .....
हीटर भोजन लैपटॉप टीवी और बुनाई सहारे ....
कैद कितनी देर रहती ,पास ही तो थे ये नजारे ......
![](https://fbcdn-sphotos-a-a.akamaihd.net/hphotos-ak-prn1/1530557_569848583110225_1981182949_n.jpg)
![](https://fbcdn-sphotos-d-a.akamaihd.net/hphotos-ak-prn1/t1/1551545_569848626443554_1771796008_n.jpg)
![](https://fbcdn-sphotos-f-a.akamaihd.net/hphotos-ak-prn1/1531720_569848653110218_1584338239_n.jpg)
बथुआ ,साग उभरता है चेतन में
छोटा पौधा दिखता है चमन में ....
![](https://fbcdn-sphotos-h-a.akamaihd.net/hphotos-ak-prn2/1495428_569848703110213_838029611_n.jpg)
![](https://fbcdn-sphotos-g-a.akamaihd.net/hphotos-ak-ash3/t1/1545167_570378309723919_2097831979_n.jpg)
वारिद रोया
वारिस नहीं आया
बारिश आया
![](https://fbcdn-sphotos-e-a.akamaihd.net/hphotos-ak-ash3/1607079_570378239723926_68017256_n.jpg)
1
शीत लहर
प्रकृति का कहर
चारो पहर
2
तीखा जहर
शीत-बारिश वर
शरीर पर / फसल पर
~~~~~~
पुरानी बात है ....
सभी मुझ से जलते थे कि
मुझे ठंढ क्यूँ नहीं सताती है ……
मेरी सास कहती थीं कि
उन का पैसा बचा देती है ......
बदलता मौसम बच्चो के लिए भी कष्ट दायक होता है …....
वो समय बच्चों के लिए ज्यादा ख्याल रखना खोजता है ……
1-2 साल से 10-11 साल के बच्चों को
Homeopathy
VAROLINUM - 200 / 1 DOSE WEEKLY / 4 WEEKS
दिया जाए तो मिजिल्स(Chicken Pox ) से बचाव होता है .......
ये मेरा निजी अनुभव है …... मैं महबूब का बचाव की हूँ ......
वाह विभा क्या बात है अभी ्से ओल्ड..? फिर हमारा क्या होगा.....सुन्दर चित्र..बढिया प्रस्तुति..
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर प्रस्तुति , शायद old का मतलब o.ld यानी की ओ लड़ , ये हम लोगों को चैलेंज देता हैं , हम लोगों को इसको चैलेंज कर देना चाहिए , क्योंकि कहा जाता हैं , old is gold , यानी की , उसने संबोध किया ओ लड़ , तो हम सबने कहा गो लड़ यानी की go.ld , आ० धन्यवाद
ReplyDelete॥ जय श्री हरि: ॥
शुभ संध्या
Deleteदिल(मुगंबो) खुश हुआ ……
मेरा कहने का इरादा भी कुछ ऐसा ही है .... ....
धन्यवाद और आभार ……
ज़िंदगी का हर पल बदलता रहता है ...इसी का नाम है जिन्दगी...!!!
ReplyDeleteउम्र के आगे सौंदर्य अद्भुत
ReplyDeleteनज़ारे मन को बहुत भाये. बथुआ का साग तो कमाल कर गया.
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