Thursday, 20 August 2020

प्रसंगविरुद्ध न्याय


[17/08, 2:30 am]: Accha ek bat puchni hai..yu hi...appko Tushar sir hi kyu sahi lagte hai aur duniya galat?

–सन् 2015 शायद मार्च-अप्रैल 'Tushar Gandhi' जी  से भेंट हुई .. । सन् 2012 से डॉ. Vyom जी के लेख से 'अनुभव के क्षण' को हम जानने-समझने-लिखने में प्रयत्नशील थे । उनसे एक दिशानिर्देश मिला.. अब भी "हाइकु'-सफर जारी है" के लिए प्रयत्नशील हैं..

[17/08, 2:34 am]: Par teacher ek hi hota hai yaha to teacher hi das tarah ka bat bata rahe hai

[17/08, 2:35 am] विभा रानी श्रीवास्तव: सो जाओ.. जब जगना तो अध्ययन करना अनुभव के क्षण, जेरोक्स, तस्वीर बनाने वाली बात पर..

[17/08, 2:36 am] : Par pusak ek hi hai di..degree bhi ek hi

[17/08, 3:09 am] विभा रानी श्रीवास्तव: एक ही कक्षा में कोई छात्र प्रथम, द्वितीय और कोई छात्र फेल क्यों हो जाता है?

'एक देश'
–देश में अलग-अलग शहर..
–देश के अलग-अलग शहरों में अलग-अलग विद्यालय..
–देश के अलग-अलग शहरों के अलग-अलग विद्यालयों में अलग-अलग शिक्षक..
–देश के अलग-अलग शहरों के अलग-अलग विद्यालयों में अलग-अलग शिक्षको के लिए एक ही कक्षा..
–अलग-अलग शहरों के अलग-अलग विद्यालयों में अलग-अलग शिक्षको के एक ही कक्षा में चलती एक पुस्तक..
––अलग-अलग शहरों के अलग-अलग विद्यालयों में अलग-अलग शिक्षको के एक ही कक्षा में चलती एक ही पुस्तक.. से प्रथम ही आये सभी अध्येताओं का बौद्धिक स्तर व व्यक्तित्व में विभिन्नता क्यों...,"


No comments:

Post a Comment

आपको कैसा लगा ... यह तो आप ही बताएगें .... !!
आपके आलोचना की बेहद जरुरत है.... ! निसंकोच लिखिए.... !!

प्रघटना

“इस माह का भी आख़री रविवार और हमारे इस बार के परदेश प्रवास के लिए भी आख़री रविवार, कवयित्री ने प्रस्ताव रखा है, उस दिन हमलोग एक आयोजन में चल...