Thursday, 16 February 2017

मोक्ष



ट्रिन ट्रिन ट्रिन ट्रिन ट्रिन
हेलो
कैसी हैं ?
बिलकुल ठीक ! :) आप सुनाएँ कैसी हैं ?
मेरी तो नींद ही उड़ गई ... मन बहुत खराब हो गया ...अब तो रात भर नींद ही नहीं आएगी
ओह्ह ऐसी क्या बात हो गई ....मुझे भी बतायें चिंता होने लगी है ....
 WhatsApp ग्रुप में एक पेपर का कटिंग आया है जिसमें खबर है कि दास जी लापता हैं। .... 
भला वो कौन है जिनको आज दास जी की खोज खबर चाहिए। ... केवल पैसे के लिए जिनकी जरूरत थी। ... वो रहे या ना रहे क्या फर्क पड़ता .... वो भी आज जबकि वे रिटायर्ड हो गये थे ... केवल पेंशन पर हैं ....आधा उन्हें मिल रहा था ...चौथाई मिलेगा ही ...वर्षों से नौकरों के भरोसे थे ....पत्नी साथ क्यूँ नहीं रहती थी ये उनका निजी मामला था ...समाजिक तौर पर उनकी मुक्ति से मैं खुश हूँ 

No comments:

Post a Comment

आपको कैसा लगा ... यह तो आप ही बताएगें .... !!
आपके आलोचना की बेहद जरुरत है.... ! निसंकोच लिखिए.... !!

पुनर्योग

“भाभी घर में राम का विरोध करती हैं और बाहर के कार्यक्रम में राम भक्ति पर कविता सुनाती हैं !” अट्टाहास करते हुए देवर ने कहा।  “ना तो मैं घर म...