संप्रेषण , केवल शब्दों से नहीं होता ,
जिस तरह से शब्द बोले जाते हैं ,
चेहरे के भाव से भी संप्रेषण होता है…. !!
मई 1998 बतौर कार्यपालक अभियन्ता गोदाम का दायित्व भार संभालते हुए ही बात समझ में आ गयी थी कि छोटी मछली को लील लेने के लिए व्हेल के संग अजगर म...
जिस तरह के शब्द सोचे जाते हैं , वह चेहरे पर उसी भाव के साथ अंकित होता है ... अति साधारण चेहरा सोच से सुंदर और अति सुंदर चेहरा सोच से कुरूप होता है , दीखता है
ReplyDeleteबहुत सही कहा.....
ReplyDeleteसादर.
यकीनन
ReplyDeleteसच कह्र रही है सम्प्रेषण के लिये शब्दों के अलावा बॉडी लैंगुअज बहुत कुछ कह जाती है.
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