सबरजीत के शव से
किडनी और दिल नहीं मिला
पाक के नीयत कितने पाक़ हैं
दिल
दिल जहाँ रह गया
वहीँ आत्मा भी तो रह गई
दिल तक वे संवेदनाएं पहुँच जाती
वो मिटटी बन कर आया
लेकिन वतन की मिट्टी को चूम न सका
जिनकी वज़ह से
वे आज उसकी बहन - बेटी के
आंसू पोछ रहा और गले मिल रहा है
उसकी बहन उन्हीं लोगों के
सियासी दांव-पेंच को
मजबूत करने की गुहार लगा रही है
बेटियों को नौकरी देने की दरकार है
क्यूँ कि चलानी तो सरकार है
दिल मजबूर कर देता
आत्मा को दुआएं देने के लिए
शायद
शायद नहीं यकीनन
एक पाक़ हिन्द दिल से
एक पाक दिल पाक़ हो जाये
शायद
एक स्वस्थ्य सोच की
शुरुआत हो जाए पाक में भी
.पाक के नीयत कितने पाक़ हैं .....
http://sarasach.com/sarabjeet/
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ReplyDeleteक्यूँ कि चलानी तो सरकार है
ReplyDeleteसारा खेल बस इसीलिए विभा जी ...... मन क्षोभ से भरा है
kya bolu didi....takleef tho itni hoti hai par fir wahi....mon shradhanjali :(
ReplyDeleteभारत के लिए इससे बुरा और क्या हो सकता है ....
ReplyDeleteकभी कभी कितने बेबस होजाते हैं कुछ कहते नही बनाता ..
ReplyDeleteकटु सत्य को उजागर करती मार्मिक रचना .... सरकार चलानी है .....सब सियासत के दांव पेंच हैं ।
ReplyDelete२३ साल तक कुछ नही किया अब सिर्फ राजनीति की नौटंकी हो रही है ,,,
ReplyDeleteRECENT POST: मधुशाला,
usa bahan , patni aur betiyon ke dil se poochho ki unhen kaisa laga? na paak ke irade kabhi nek the aur na hain. jis hinsa kee neenv par usaki imarat khadi hai - vo insaaniyat ya islaam kee neenv to katai nahin hai.
ReplyDeleterajneeti tab bhool jate hain neta jab unaki apani beti kisi ke girapht men aati hai.
दुखद है पर राज नेता राजनीति कर रहे है!
ReplyDeletelateast post मैं कौन हूँ ?
latest post परम्परा
पाक के नीयत का कब पाक और साफ़ थे ....
ReplyDeleteआज की ब्लॉग बुलेटिन तुम मानो न मानो ... सरबजीत शहीद हुआ है - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteनीचता हद पार कर रही है अब .
ReplyDeleteजब देश की आत्मा देश के ही कर्णधार बेंच रहे हैं
ReplyDeleteतो वाकई बेहद दुःख होता है
सरबजीत को लेकर आपने सहजता से देश के प्रति गहन बात कह दी है
बहुत बढ़िया
बहुत बढ़िया आंटी।
ReplyDeleteसादर