असीम शुभकामनाओं के संग चतुर्थ वार्षिकोत्सव व सोलहवें हाइकु दिवस की हार्दिक बधाई
नभ में सिक्का/उछला सिक्का–
पुनः श्रम ही आया
उसके हिस्से।
5 बेहद महत्त्वपूर्ण अंक..
आखिर कहाँ से आया 'लिट्टी-चोखा' और कैसे बन गया बिहार की पहचान.... लिट्टी चोखा का इतिहास रामायण में वर्णित है। ये संतो का भोजन होता था...
बधाई व शुभकामनाएं।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteहाइकु दिवस की बधाई हो।
ReplyDeleteबधाई
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