Saturday, 31 October 2020

वर्ण पिरामिड



विषय : प्रदत्त चित्र 'चाय" वर्ण पिरामिड जनक आदरणीय भाई Suresh Pal Verma Jasala जी

जी!

ख़्याली

वाताली

प्रेम पगी

रची पत्राली

थामी चाय प्याली

कथा तान दे डाली। {01.}

><

 हाँ!

 डाह

उद्वाह

बदख़्वाह

 ‘चाय’ कि ‘चाह’

सोहे स्याह मोहे

सीने में दर्द तो हैं। {02.}

 











5 comments:

  1. असीम शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार आपका

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  2. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (01-11-2020) को    "पर्यावरण  बचाना चुनौती" (चर्चा अंक- 3872)        पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    --   
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।  
    --
    सादर...! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
    --

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    1. वन्दन संग हार्दिक आभार आपका आदरणीय

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  3. अनोखा वर्ण पिरामिड ।

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आपको कैसा लगा ... यह तो आप ही बताएगें .... !!
आपके आलोचना की बेहद जरुरत है.... ! निसंकोच लिखिए.... !!

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